भाग-1
इतना कम समय????
यह ब्रह्मांड अरबों सालों से चला आ रहा है और शायद ऐसे ही अरबों सालों तक चलता रहेगा। समय के इतने बड़े विस्तार में मानव जीवन के साठ साल की क्या बिसात है? यह बिल्कुल वैसे ही है जैसे एक साल के कोर्स में किसी को एक सेकेंड के करोंंड़वे हिस्से का समय मिलना।
भाग-2
कहाँ से आए? कहाँ जाना है?
जैसे आँख पर पट्टी बाँधकर एक सेकेंड के लिए मेला देखने के लिए छोड़ दिया गया हो और फिर पट्टी बँध जानी हो।
क्रमशः जारी।
भाग-3
भंगुरतम शरीर
नष्ट /क्षतिग्रस्त होने के हजारों कारण हर समय उपस्थित हैं, फिर अधिकांश लोग सरलता से आयु पूरी करते हैं।
भाग
इतना कम समय????
यह ब्रह्मांड अरबों सालों से चला आ रहा है और शायद ऐसे ही अरबों सालों तक चलता रहेगा। समय के इतने बड़े विस्तार में मानव जीवन के साठ साल की क्या बिसात है? यह बिल्कुल वैसे ही है जैसे एक साल के कोर्स में किसी को एक सेकेंड के करोंंड़वे हिस्से का समय मिलना।
भाग-2
कहाँ से आए? कहाँ जाना है?
जैसे आँख पर पट्टी बाँधकर एक सेकेंड के लिए मेला देखने के लिए छोड़ दिया गया हो और फिर पट्टी बँध जानी हो।
क्रमशः जारी।
भाग-3
भंगुरतम शरीर
नष्ट /क्षतिग्रस्त होने के हजारों कारण हर समय उपस्थित हैं, फिर अधिकांश लोग सरलता से आयु पूरी करते हैं।
भाग
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