लघुकथा-8
लइका आ लइकी
मोहन- हम लइका आ लइकी में अंतर ना करेनी। एहीसे आपन दूनो लइकिन
के लइकी ना मानके लइका मानेनी?
रमेस- जब लइकी आ लइका में अंतर ना मानेलS तो फिर
लइकी के लइकिए काहें नइखS मानSत। लइकी के
लइका मनले से समझ में आवSता की तू लइकी आ लइकी आ लइका में अंतर
मानेलS।
लड़का और लड़की
मोहन- मैं लड़का और लड़की में अंतर नहीं करता। इसीलिए अपनी दोनों
लड़कियों को लड़की नहीं लड़का मानता हूँ।
रमेश- जब लड़का और लड़की में अंतर नहीं करते तो लड़की को लड़की
ही क्यों नहीं मान रहे हो। लड़की को लड़का मानने से ही समझ में आ रहा है कि तुम लड़का
और लड़की में अंतर मानते हो।
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